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चंडीगढ़एक घंटा पहले
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डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा
पंजाब में प्रधान नवजोत सिद्धू की जुबान पर कांग्रेस में घमासान मच गया है। सिद्धू अकाली नेता बिक्रम मजीठिया को गिरफ्तार न करने के मामले में अपनी सरकार पर सवाल उठा रहे थे। अब उनके बयान से तंग डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा ने गृह मंत्रालय छोड़ने की पेशकश कर दी है। उन्होंने कहा कि सिद्धू ओवर एंबिसियस हैं। जब से मुझे गृह मंत्रालय मिला है, सिद्धू नाराज चल रहे हैं। इसलिए वह इसे छोड़ने के लिए तैयार हैं।
इससे पहले मंत्री भारत भूषण आशु ने भी इसी तरह सिद्धू को कांग्रेस कल्चर सीखने की नसीहत दी थी। उन्होंने कहा था कि पंजाब में सिद्धू मॉडल नहीं कांग्रेस मॉडल चलेगा। उन्होंने यहां तक कहा कि ‘मैं’ शब्द नहीं बल्कि संगठन बड़ा होता है। वहीं, इससे पहले सरकार में मंत्री राणा गुरजीत भी सिद्धू के रवैये पर सवाल खड़े कर चुके हैं।

सिद्धू रैलियों में लगातार कह रहे हैं कि मैंने मजीठिया पर केस दर्ज करवाया
सिद्धू के बयान से बदलाखोरी का संदेश जा रहा
डिप्टी CM सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि अकाली नेता बिक्रम मजीठिया पर ड्रग्स केस कानून के अनुसार हुआ है। सिद्धू इसके बारे में जो बयान दे रहे हैं कि मैंने करवा दिया, इससे बदलाखोरी का संदेश जा रहा है। मैं सिद्धू से गुजारिश करता हूं कि पंजाब के लोगों को इंसाफ लेने दें। सिद्धू के मजीठिया को गिरफ्तार न करने को लेकर सरकार पर किए जा रहे हमले के बारे में रंधावा ने कहा कि कानून जो कहेगा, वही करेंगे।
अभी CM ही ‘दूल्हा’, आगे MLA फैसला करेंगे
रंधावा ने सिद्धू के पंजाब में कांग्रेस का CM चेहरा बताने के बयान पर कहा कि फिलहाल हमारे CM चरणजीत चन्नी ही ‘दूल्हा’ हैं। अगली बार कौन होगा? इसके बारे में MLA फैसला करेंगे। कांग्रेस में इस तरह नाम की घोषणा की कोई परंपरा नहीं है। बाकी इस बारे में कांग्रेस के पंजाब इंचार्ज हरीश चौधरी ही बता सकते हैं। रंधावा ने सिद्धू को संगठन की ताकत बताते हुए कहा कि पार्टी बड़ी होती है। कांग्रेस पार्टी में प्रधान का CM से बड़ा रुतबा होता है। सिद्धू की महत्वकांक्षा बहुत ज्यादा है। उन्हें कांग्रेस का कल्चर सीखना चाहिए।
कांग्रेस स्टेज से कैंडिडेट घोषित नहीं करती
डिप्टी सीएम रंधावा ने कहा कि कांग्रेस में स्टेज से कैंडिडेट घोषित नहीं किए जाते। यहां पहले स्क्रीनिंग कमेटी पैनल भेजती है और फिर हाईकमान लिस्ट जारी करती है। अकाली दल और आम आदमी पार्टी जरूर ऐसा करते हैं लेकिन वह भी बाद में लिस्ट जारी करते हैं। सिद्धू को कांग्रेस के कामकाज के तरीके सीखने चाहिए। सिद्धू पंजाब में लगातार कांग्रेसियों को कैंडिडेट बता जिताने की अपील कर रहे हैं।
मंत्री आशु ने कहा – सिद्धू सरकार का किया बर्बाद कर रहे
पंजाब सरकार में खाद्य एवं सिविल सप्लाई मंत्री भारत भूषण आशु ने सिद्धू को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि CM और मंत्री 18-18 घंटे काम कर रहे। 3 महीने में वह काम हुए, जो पिछले साढ़े 4 सालों में नहीं हो सके थे। इसके बावजूद सिद्धू उस पर विपरीत बयानबाजी कर रहे हैं। जिससे सरकार की सारी कोशिश बर्बाद हो रही है। उन्होंने यहां तक कहा कि अगर कांग्रेस में सब ठीक नहीं है तो सिद्धू को पार्टी छोड़ देनी चाहिए। उन्होंने कांग्रेस हाईकमान से भी मांग की कि सिद्धू को अनुशासित करें।
खुद को CM चेहरा चाहते हैं सिद्धू
पंजाब में सिद्धू कांग्रेस को कैप्टन अमरिंदर सिंह के अंदाज में चलाना चाहते हैं। जहां सत्ता में रहते कैप्टन CM रहे और सत्ता से बाहर होने पर कांग्रेस के प्रधान रहे। सिद्धू चाहते हैं कि कांग्रेस उन्हें विस चुनाव में CM चेहरा घोषित करे। सिद्धू बार-बार कह रहे हैं कि लोग पूछेंगे कि उनकी बरात का दूल्हा कौन है?। इस जिद की वजह से सिद्धू अपनी ही सरकार की स्कीमों और कामकाज की धज्जियां उड़ाने में जुटे हुए हैं। जिससे कांग्रेस के भीतर असमंजस की स्थिति हो चुकी है। इसके उलट कांग्रेस हाईकमान ने इस बार कलेक्टिव लीडरशिप में चुनाव लड़ने का फैसला किया है। जिसमें सिद्धू के साथ सीएम चन्नी और पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ भी शामिल हैं।
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