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- Used To Take Money From Overloaded Vehicles; A Case Of Corruption Was Registered While At The Post Of DTO
चंडीगढ़37 मिनट पहले
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अमरेंद्र सिंह
ओवरलोड वाहनों के ट्रांसपोर्टरों से मंथली लेने के मामले में मंगलवार को स्टेट ब्यूरो विजिलेंस अंबाला ने कैथल एसडीएम अमरेंद्र को उनके कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया। अमरेंद्र सिंह के पास अंबाला में जिला परिवहन अधिकारी का अतिरिक्त कार्यभार था। उनके खिलाफ कैथल के ट्रांसपोर्टर देवराज की शिकायत के बाद जांच शुरू हुई थी। हरियाणा विजिलेंस विभाग ने अमरेंद्र की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। वहीं कैथल के डीसी प्रदीप ने बताया कि उन्हें पता चला कि दोपहर को विजिलेंस की टीम जांच के लिए कैथल आए। एसडीएम आज ड्यूटी पर थे। इसी बीच विजिलेंस ने जांच के दौरान हिरासत में ले लिया। अंबाला के एक पुराने मामले में जांच चल रही है। वे कुछ दिन पहले अपने पिता जी की तबीयत खराब होने के कारण छुट्टी पर चले गए थे।

विजिलेंस ऑफिस अंबाला।
दिसंबर 2021 में दर्ज हुआ था मामला
इस मामले में सबसे पहले दिसंबर 2021 में एफआईआर नंबर 11 दर्ज की थी। सबसे पहले दलाल गुरप्रीत को पकड़ा। गुरप्रीत के बताने पर जसपाल को पकड़ा व जसपाल से जानकारी पर आरटीए कार्यालय में ड्राइवर करणवीर को पकड़ा था। तीनों आरोपियों ने जांच के दौरान एसडीएम की संलिप्ता के सबूत दिए। बतां दें कि एसडीएम कैथल के पास अंबाला के आरटीओ का अतिरिक्त चार्ज था। उस समय के दौरान घूस लेने के आरोप लगे थे।
दलाल गुरप्रीत से खुलती चली गई मामले की परतें
जांच के दौरान ड्राइवर करणवीर ने एएसआई जसपाल सिंह का नाम लिया था। जसपाल स्टेट विजिलेंस ब्यूरो अंबाला की कस्टडी में है। जिसने अंबाला के डीटीओ रहे अमरेंद्र सिंह व ट्रांसपोर्ट इंस्पेक्टर अजय सैनी का नाम लिया था। आरोपी एएसआई के बयान कोर्ट के समक्ष हो चुके हैं। वह सरकारी गवाह बनने के लिए राजी है।फिलहाल कोर्ट ने स्टेट विजिलेंस ब्यूरो के जांच अधिकारी की तरफ से दी गई दलीलों के आधार पर केस को अगली सुनवाई तक टाल दिया है।
अपना हिस्सा रखकर बाकी पैसा अफसरों को दिया
विजिलेंस रिकॉर्ड के मुताबिक आरोपी ड्राइवर करणवीर ने खुलासा किया कि ट्रांसपोर्टर से बातचीत करने में उसके साथ ड्राइवर सुनील भी शामिल था। इसके बाद आरोपी जसपाल सिंह और गुरप्रीत सिंह के साथ प्रति ट्रक 6 हजार रुपये मंथली लेने के लिए सौदा किया गया था। अक्टूबर 2021 में 3 लाख और नवंबर में 4 लाख की मंथली इकट्ठी हुई।दलालों ने अपना हिस्सा रखने के बाद बाकी रकम आरटीए टीम में तैनात एएसआई जसपाल सिंह को दी।
जसपाल ने उगला था मुख्य नाम
विजिलेंस ने एएसआई जसपाल सिंह से पूछताछ की तो खुलासा हुआ कि यह पैसा ट्रांसपोर्ट इंस्पेक्टर अजय सैनी और डीटीओ अमरेंद्र सिंह को दिया गया। उल्लेखनीय है कि कैथल के चीका के ट्रांसपोर्ट ने विजिलेंस को शिकायत दी थी कि आरटीए के दलाल उस ओवरलोडिड वाहनों की आवाजाही होने देने की एवज में मंथली मांगते हैं। इसी के बाद दलाल लक्की की गिरफ्तारी हुई थी
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