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बरनाला15 घंटे पहले
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नगर कौंसिल की बैठक में हंगामा करते पार्षद।
- आजाद पार्षद व अन्य ने भ्रष्टाचार का आरोप जड़ा, प्रधान ने मंगलवार को बुलाई बैठक
स्थानीय नगर कौंसिल की शुक्रवार को हुई बैठक में हरे रंग के साइन बोर्डों पर जमकर हंगामा हुआ। ये करीब 3 महीने पहले शहर की सभी गलियों-सड़कों पर लगाने शुरू किए गए थे। आजाद पार्षद हेमराज, अकाली दल और आम आदमी पार्टी के कई पार्षदों ने लाल-पीले होते हुए साइन बोर्ड के मामले में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। हंगामा गहराता देख नगर कौंसिल प्रधान गुरजीत सिंह ने बमुश्किल घंटेभर चली बैठक को बीच में ही समाप्त कर आगामी मंगलवार को दोबारा बैठक बुलाने का आश्वासन दिया और कहा कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ।
बैठक में सभी पार्षद उपस्थित थे।बोर्डों पर खर्च हुए 34.41 लाख रुपए|कौंसिल ने 1 बोर्ड के लिए 7400 रुपए खर्च होने का दावा किया है। इस तरह कौंसिल के 34.41 लाख रुपए खर्च हो गए। पार्षद हेमराज गर्ग व अन्य पार्षदों का दावा है कि एक बोर्ड लगभग 2100 रुपए का ही है। इस तरह 465 बोर्ड 9,76,500 रुपए में बन सकते थे, लेकिन अधिक धनराशि (24 लाख रुपए से अधिक) खर्च की गई।
वहीं, स्टील का काम करने वाले होलसेलर व मिस्त्री ने राजनीतिक व प्रशासनिक मामला होने के चलते अपना नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि अगर बढ़िया से बढ़िया मैटीरियल भी लगाया जाए तो एक बोर्ड की कीमत 2100 रुपए से अधिक नहीं हो सकती।
बरनाला नगर कौंसिल
31 पार्षदों वाली बरनाला कौंसिल में कांग्रेस सत्ता में हैं। अध्यक्ष समेत उसके कुल 16 पार्षद हैं। शिरोमणिक अकाली दल के 4, आम आदमी पार्टी के 3 और आजाद पार्षदों की संख्या 8 है।
आप विधायक ने ली चुटकी बोले- यह तो एक ट्रेलर
आम आदमी पार्टी के विधायक गुरमीत सिंह मीत हेयर ने इस पूरे मामले पर चुटकी ली- यह तो सिर्फ एक ट्रेलर है। अगर कांग्रेस कार्यकाल में हुए सभी कार्यों को खंगाला जाए तो करोड़ों रुपए के कथित घोटाले सामने आएंगे। इस मसले पर वह विधानसभा में भी आवाज उठाएंगे।
शहर की गलियों-सड़कों पर लगाए 6 फीट ऊंचे साइन बोर्ड
शहर में अब तक करीब 6 फीट ऊंचे 465 साइड बोर्ड लगा दिए गए हैं। नगर कौंसिल ने लगभग 6 फीट ऊंचे जो बोर्ड लगवाए हैं, उन पर डेढ़ इंच मोटी 158 रनिंग इंच स्टील की पाइप का इस्तेमाल किया गया है। पाइप डेढ़ इंच चौड़ी है। इसके अंदर फाइबर की हरे रंग की सीट लगाई गई है, जिस पर साइन लिखा हुआ है।
आगामी बैठक में ठेकेदार, इंस्पेक्टर, एमई से मांगा जाएगा जवाब : गुरजीत सिंह
नगर कौंसिल के प्रधान गुरजीत सिंह ने कहा कि मंगलवार की बैठक में सभी पार्षद शामिल होंगे। उसमें बोर्ड लगाने वाले ठेकेदार, बोर्ड चेक करने वाले इंस्पेक्टर और पास करने वाले शख्स (एमई) को भी बुलाया जाएगा। जिसकी शिकायत होगी, उसे सुना जाएगा। अगर किसी का दोष है तो वह नहीं बचेगा। लेकिन इतना बड़ा घपला होना समझ से परे है। उधर आप विधायक गुरमीत सिंह मीत हेयर ने मामले में चुटकी लेते हुए कहा- यह तो सिर्फ एक ट्रेलर है। अगर कांग्रेस कार्यकाल में हुए सभी कार्यों को खंगाला जाए तो करोड़ों रुपए के कथित घोटाले सामने आएंगे। इस मसले पर वह विधानसभा में भी आवाज उठाएंगे।
18% जीएसटी व अन्य भी खर्चे होते हैं : ठेकेदार शीतल
साइन बोर्ड लगाने वाले ठेकेदार शीतल कुमार का कहना है कि उनके और एक अन्य ठेकेदार के पास इसका काम है। इस पर 18 प्रतिशत जीएसटी उन्हें देना पड़ता है। कुछ अन्य खर्चे भी हैं। यह ठेका उन्होंने अमन नामक व्यक्ति को दे दिया था। वही यह काम कर रहा है। इसके अलावा वह कुछ नहीं कहना चाहते।
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