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लुधियाना/चंडीगढ़2 घंटे पहले
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शिरोमणि अकाली दल के प्रधान एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल।
मोगा रैली में पुलिस और किसानों की झड़प के बाद बिगड़े माहौल को शिरोमणि अकाली दल ने भुनाने की कोशि की है। पार्टी के प्रधान एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने शुक्रवार को अपने ‘गल पंजाब दी’ दौरे को टाल दिया है। असल में आज ही किसान संगठनों की तरफ से यह मांग की गई थी कि जब तक दिल्ली में किसानों का आंदोलन जारी है, तब तक पंजाब के राजनेता जनसभाएं न करें। इसके बाद चंडीगढ़ में एक प्रेसवार्ता के माध्यम से सुखबीर ने अपने प्रोग्राम को स्थगित करने का ऐलान किया। अब पार्टी का यह अभियान 10 सितंबर से अमलोह से दोबारा शुरू होगा।
शिअद प्रधान का कहना है कि उनकी पार्टी के नेता कभी भी किसानों के साथ बैठक करने को तैयार हैं और जो वह चाहते हैं वह करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की तरफ से माहौल खराब किया जा रहा है। कैप्टन अमरिंदर ने माहौल खराब करने के लिए पुलिस को खुली छूट दे रखी है। सुखबीर सिंह बादल ने सूची जारी करते हुए बताया कि मोगा में किसानों की आड़ में ईंट-पत्थर किसने चलाए हैं। उन्होंने बताया कि जीरा में हुए प्रदर्शन में कुलबीर सिंह जीरा और बाघापुराना में विधायक दर्शन सिंह बराड़ के साथियों ने प्रदर्शन किए हैं। उन्होंने संयुक्त किसान मोर्चा का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनकी ओर से पहले ही बयान आ चुका है कि किसानों के भेस में राजनैतिक पार्टियों के लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
राजेवाल को जवाब-प्रचार नहीं कर रहा, बल्कि लोगों की सुन बातें रहा हूं
बलबीर सिंह राजेवाल की तरफ से ब्यान दिया गया था कि शिअद जल्दबाजी में चुनाव प्रचार कर रही है, इसे बंद करना चाहिए। इसके जवाब में सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि वह किसी भी तरह का प्रचार नहीं कर रहे हैं, बल्कि वह तो लोगों से मिलकर उनकी बातें सुन रहे हैं। इसके बाद चुनाव मनोर्थ पत्र जारी किया जाना है और उसमें लोगों की बातों को ही शामिल किया जाना है।
मोगा की रैली के बाद पार्टी ने लिया फैसला
बता दें कि सुखबीर बादल आठ दिन से पूरे पंजाब में 100 दिन में 100 विधानसभा क्षेत्रों की यात्रा ‘गल पंजाब दी’ के तहत जनसभाएं कर रहे हैं। हर जगह उन्हें किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा है। गुरुवार को मोगा में रैली के दौरान किसानों और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई थी और दर्जन से भी ज्यादा किसान घायल हुए हैं। पुलिस ने 200 किसानों पर इरादा हत्या का मामला दर्ज किया गया है। इसके बाद बलबीर सिंह राजेवाल, बलदेव सिंह सिरसा व अन्य ने सभी पार्टियों को अपनी चुनाव रैलियां बंद करने को कहा था।
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