Smart Newsline (SN)
Get Latest News from Smart Newsline on Whatsapp (Click to Join)
- Hindi News
- National
- Before The Elections In UP, Mahapanchayat In Muzaffarnagar, Farmer Leaders Claim Five Lakh Farmers Will Reach Muzaffarnagar Today, 500 Stores Will Be Arranged Across The City, Food Will Also Be Brought From 110 Villages
मुजफ्फरनगरएक घंटा पहले
- कॉपी लिंक
मुजफ्फरनगर के जीआईसी के मैदान पर महापंचायत की तैयारी करते वॉलंटियर्स।
संयुक्त किसान मोर्चा पिछले 9 महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ चलाए जा रहे आंदोलन को नई धार देने जा रहा है। 5 सितंबर यानी रविवार को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में किसानों की पहली महापंचायत होगी। संयुक्त किसान मोर्चा इसे ऐतिहासिक बनाना चाहता है।
किसान नेताओं का दावा है कि महापंचायत में देशभर से 5 लाख से ज्यादा किसान पहुंचेंगे। हालांकि, जितने बड़े दावे हैं, आयोजन को लेकर उतने ही बड़े इंतजाम भी किए गए हैं। महापंचायत को अब तक के सबसे बड़े किसान आंदोलन के रूप में प्रचारित किया जा रहा है। खाने से लेकर रहने तक और करीब 3 लाख वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
भाकियू के 10 हजार वॉलंटियर्स तैनात किए जा रहे हैं। खास बात यह है कि भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत के बेटे गौरव खुद आयोजन का जिम्मा संभाल रहे हैं। वहीं महापंचायत कितनी बड़ी और प्रभावी होने वाली है, यह देखने दैनिक भास्कर शनिवार को जीआईसी मैदान पहुंचा। यहां देखा कि पिछले तीन से हो रही बारिश से मैदान में पानी भर गया है। करीब 250 लोग मैदान से पानी निकालने में जुटे हैं।
जेसीबी से मिट्टी डाली जा रही है। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत के भाई सुरेंद्र सिंह खुद मैदान से बाल्टी से पानी निकालते दिखे। महापंचायत के लिए मैदान की साइड में एक मंच बनाया गया है। यह मंच करीब 100 फीट लंबा और 100 फीट चौड़ा है। ऊंचाई 10 फीट है। यहीं से महापंचायत में आने वाले किसानों को संबोधित किया जाएगा। मंच के सामने मैदान में 100 फीट की ऊंचाई पर एक बड़े खम्भे पर तिरंगा लहरा रहा है।
दूसरी तरफ, शहर को ‘किसान एकता जिंदाबाद’, ‘किसानों की ताकत देखेगा भारत’ और ‘क्रांति की धरा मुजफ्फरनगर रचेगी किसान आंदोलन का इतिहास’ जैसे नारों से लिखे बड़े-बड़े होर्डिंगों से पाट दिया गया है। चारों तरफ लाउडस्पीकर लगे हैं। एक ही आवाज, मुजफ्फरनगर चलो… किसानों की ताकत देखेगा भारत… गूंज रही है। दूसरी तरफ, किसानों के जत्थे पहुंचने भी शुरू हो गए हैं। खास बात यह है कि इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
मैदान और आसपास के इलाकों में उनके ठहरने की व्यवस्था की गई है। महापंचायत के आयोजन की व्यवस्था खुद भाकियू नेता गौरव टिकैत संभाल रहे हैं। उन्होंने बताया कि शहर में अलग-अलग जगह 500 भंडारों में भोजन की व्यवस्था की गई है। एक एक भंडारे में हलवाई समेत दस-दस लोग लगाए गए हैं। भंडारों के अलावा 110 गांवों से 5 सितंबर को खाना बनकर आएगा। दूसरी तरफ, महापंचायत स्थल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। 8 कंपनी पीएसी, आरएएफ, उत्तर प्रदेश पुलिस के अलावा एटीएस की टीम भी लगाई गई है। करीब तीन हजार जवान महापंचायत स्थल पर सुरक्षा में लगेंगे।
तीन लाख वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था
इधर… हरियाणा के किसान 33 साल बाद यूपी जाकर निभाएंगे भाईचारा, ट्रैक्टरों से मुजफ्फरनगर को रवाना
हरियाणा के किसानों ने मुजफ्फरनगर के लिए कूच कर दिया है। किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से रवाना हो गए हैं। यह संयोग 33 साल बाद बन रहा है, जब हरियाणा के किसान यूपी जाकर भाईचारा निभाएंगे। भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान बताते हैं कि 1988 में हरियाणा से चौधरी घासीराम नैन की अगुवाई में किसान यूपी गए थे। इसके बाद किसानों ने नई दिल्ली कूच किया था। फिर एमएस टिकैत समेत कई किसान नेताओं ने हरियाणा में हुए किसान आंदोलन में बढ़चढ़कर भाग लिया था। वहीं, अब फिर से किसान अपनी मांगों को लेकर हुंकार भर रहे हैं।
For breaking news and live news updates, like Smart Newsline on Facebook or follow us on Twitter & Whatsapp