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महोबा32 मिनट पहले
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महोबा में डॉक्टरों की कमी।
महोबा जनपद में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर जिम्मेदार बेहतर व्यवस्थाओं का दम भर रहे हैं, लेकिन डॉक्टरों की कमी जनपद के लोगों की चिंता बढ़ाने के लिए काफी है। भारत में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बाद परिस्थितियों में आए बदलाव को लेकर स्वास्थ्य महकमे ने ऑक्सीजन व्यवस्था सहित अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ा दी है, लेकिन अस्पतालों में डॉक्टरों का अभाव लोगों के लिए सबसे बड़ी मुसीबत है। डॉक्टरों की कमी को लेकर कोई पहल न किये जाने से कोरोना की तीसरी लहर का संकट डरावना लग रहा है। जिला अस्पताल की बात करें तो 25 डॉक्टरों के सापेक्ष सिर्फ 10 डॉक्टर ही मौजूद हैं।
देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बाद परिस्थितियों में तेजी से बदलाव आया है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर महोबा जिले का स्वास्थ्य महकमा पूरी तैयारी कर चुका है, लेकिन सबसे बड़ी चिंता डॉक्टरों की कमी की है। जिसे लेकर जनपद में कोरोना की तीसरी लहर ने आमजनों की भी चिंता बढ़ा दी है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में बढ़ाई गई बेडों की संख्या
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में अस्पतालों में बेड की कमी, ऑक्सीजन की किल्लत के साथ-साथ चिकित्सीय व्यवस्थाएं कम होने के चलते लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। ऐसे में कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिला अस्पताल सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में बेड की संख्या बढ़ा दी है। साथ ही जनपद में तीन ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं ताकि कोरोना की तीसरी लहर से मरीजों को बेड की समस्या से न जूझना पड़े और न ही ऑक्सीजन की किल्लत से किसी की मौत हो।
प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगाए गए ऑक्सीजन युक्त बेड
सीएमओ डॉ. मनोज कांत सिन्हा की मानें तो जिले में संभावित तीसरी लहर से बचाव को लेकर प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ऑक्सीजन युक्त बेड लगाए गए हैं। वहीं दो आईसीयू बेड भी अस्पताल में हैं। साथ ही जिला अस्पताल में बेड ऑक्सीजन युक्त मौजूद हैं। ऑक्सीजन की समस्या से निपटने के लिए जनपद में तीन ऑक्सीजन प्लांट भी बनाए गए हैं, लेकिन सबसे बड़ी कमी महोबा के अस्पतालों में डॉक्टरों की है।
जिला अस्पताल में तैनात हैं सिर्फ 10 डॉक्टर
जिला अस्पताल की बात करें तो 25 डॉक्टरों के सापेक्ष सिर्फ 10 डॉक्टर ही मौजूद हैं। ऐसे में स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ गई है कि आखिर उनका इलाज कैसे होगा। डॉक्टरों की कमी को लेकर जिम्मेदार कहते हैं कि स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए स्वास्थ्य उपकरण बढ़ाए गए हैं। डॉक्टरों की कमी के लिए शासन को लिखा गया है, लेकिन उन्हें भरोसा है कि कम डॉक्टरों के होने के बावजूद भी दूसरी लहर में अच्छा काम करने वाले डॉक्टर तीसरी लहर पर भी काबू पाने में कामयाब होंगे।
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