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- Singhraj Thundered In Tokyo, 10m. Won Bronze Medal In Air Pistol, Has Won 20 International Medals In Four Years And Has Wowed His Talent All Over The World
फरीदाबाद9 घंटे पहले
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शूटिंग में बल्लभगढ़ के ऊंचागांव निवासी सिंहराज अधाना ने 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक जीता।
जापान की राजधानी टोक्यो में हो रहे पैरालिंपिक खेलों में बल्लभगढ़ के ऊंचागांव निवासी सिंहराज अधाना मंगलवार को मैदान में खूब गरजे। उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच वन इवेंट में कांस्य पदक जीतकर दुनिया में अपनी प्रतिभा का परचम लहराया। उनकी इस सफलता से पूरे जिले में जश्न का माहौल है। शहरवासी सोशल मीडिया के जरिए अपने इस होनहार बेटे की सफलता पर इतरा रहे हैं।
पैरालिंपिक विजेता सिंहराज की सफलता पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल, परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा समेत तमाम जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें बधाई दी है। पैरालिंपिक शूटिंग में भारत का यह दूसरा मेडल है। इसके पहले महिला वर्ग में अवनि लखेरा ने 10 मीटर एयर पिस्टल में गोल्ड जीत चुकी हैं। खास बात ये है कि सिंहराज अधाना के दादा सूबेदार मेजर सुमेरा राम अधाना 1939 से 1945 तक हुए द्वितीय विश्वयुद्ध में गैलेंट्री अवार्ड जीत चुके हैं। इनकी पत्नी कविता अधाना और भतीजा गौरव अधाना भी शूटिंग के नेशनल प्लेयर हैं। सिंहराज जब एक साल के थे तभी वह पोलियो के शिकार हो गए थे। लेकिन इसे अपनी कमजोरी नहीं बनने दी।

सिंहराज की सफलता के बाद खुशी का इजहार करते परिजन
वर्ष 2017 से शुरू किया था शूटिंग का सफर
सिंहराज अधाना के पिता प्रेम सिंह अधाना और छोटे भाई ऊधम सिंह अधाना ने दैनिक भास्कर से बात करते हुए बताया कि सिंहराज अपने भतीजे गौरव अधाना को वर्ष 2017 में शूटिंंग रेंज में प्रैक्टिस करने के लिए छोड़ने गए थे। वहां रखी एक पिस्टल से उन्होंने यूं ही टारगेट पर निशाना साधा। निशाना बिल्कुल शटीक बैठा। वहां मौजूद कोच ने इन्हें दस शाॅट और लगाने को कहा। उनमें से आठ शाॅट बिल्कुल सटीक निशाने पर लगे। कोच ने उन्हें शूटिंग में हाथ आजमाने का अनुरोध किया। इसके बाद सिंहराज का ये सिलसिला चल पड़ा।
11 माह में जीता था पहला मेडल
परिजनों ने बताया कि वर्ष 2017 में शूटिंग प्रैक्टिस शुरू करने के बाद महज 11 महीने में वर्ष 2018 में इंडोनेशिया में हुए एशियन गेम्स में पहला कांस्य पदक जीता था। अब तक चार साल के खेल के इस सफर में सिंहराज 20 से अधिका अंतरराष्ट्रीय पदक जीत चुके हैं। भाई ऊधम सिंह अधाना ने बताया कि वर्ष 2019 में फ्रांस में हुए खेल के दौरान उन्हें ओलंपिक में हिस्सा लेने का कोटा मिला था। वह भारत के पहले खिलाड़ी थे जिन्हें कोटा मिला था। इनकी पत्नी कविता अधाना और भतीजे गौरव अधाना भी शूटिंग के नेशनल प्लेयर हैं।

ऊंचागांव सिंहराज के घर पहुंची विधायक सीमा त्रिखा को मिठाई खिलाती परिवार की महिला
कोरोना से जंग लड़कर जीता कांस्य पदक
परिजनों बताया कि कोरोना के दूसरे वेब में सिंहराज संक्रमित हो गए थे। करीब 15 दिन तक अस्पताल में भर्ती रहे। ऐसे में उनकी प्रैक्टिस पूरी तरह से बंद हो गयी थी। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। ठीक होने के बाद उन्होंने फिर से प्रैक्टिस शुरू की और टोक्यो पैरालिंपिक में कांस्य पदक जीतकर अपनी प्रतीभा का लोहा दुनिया के सामने मनवाने में कामयाब रहे। एक समय ऐसा भी आया था कि सिंहराज के पास पिस्टल और गोली के लिए पैसे नहीं थे। इस पर उनकी पत्नी कविता ने अपने गहने गिरवी रखकर पिस्टल व गोलियों की व्यवस्था की।
216.8 अंक लेकर सफलता हासिल की
परिजन ने बताया कि मंगलवार को हुए खेल में सिंहराज ने 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच वन में चीनी खिलाड़ी शीयोलोंग से कड़ा संघर्ष किया। 19वें शॉट में सिंहराज ने 9.1 स्कोर लेकर टॉप थ्री की रेस से बाहर हो गए थे। लेकिन 20वें शॉट में एक बार फिर वापसी करतेे हुए 9.6 अंक के साथ कांस्य पदक पर कब्जा जमा लिया। सिंहराज ने कुल 216.8 अंक लेकर सफलता हासिल की है। तीन भाई व तीन बहनों में सिंहराज दूसरे नंबर के भाई हैं। इनके बड़े भाई सुनील अधाना और सबसे छोटे ऊधम अधाना अपना स्कूल प्रबंधन का काम देखते हैं। इनका परिवार मूलरूप से तिगांव के रहने वाले हैं। वर्ष 1955 में परिवार ऊंचागांव बल्लभगढ़ में आकर रहने लगा था।
सिंहराज की अब तक उपलब्धियां
- केरल में आयोजित 61वीं राष्ट्रीय चैंपियनशिप में व्यक्तिगत और टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीते।
- संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित अल-ऐन विश्व कप- 2018 में 12 वें स्थान पर रहे।
- दक्षिण कोरिया में आयोजित चोंगजू स्पोर्ट्स चैंपियनशिप – 2018 में उन्हें 43वां स्थान मिला।
- फ्रांस में आयोजित चेटेरौक्स विश्व कप- 2018 में टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक और व्यक्तिगत रूप से रजत पदक जीता।
- वर्ष 2018 में चेटेरौक्स विश्व कप के दौरान पैरा ओलंपिक कोटा हासिल किया और पैरा ओलंपिक के आयोजन के लिए क्वालीफाई करने वाले पहले व्यक्ति भी थे।
- इंडोनेशिया के जकार्ता में आयोजित पैरा एशियन गेम्स-2018 की व्यक्तिगत स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।
- केरल में आयोजित 62वीं राष्ट्रीय चैम्पियनशिप के विभिन्न आयोजनों में 1 स्वर्ण, 1 रजत और 1 कांस्य जीता।
- टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक और संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित व्यक्तिगत कार्यक्रम अल-ऐन विश्व कप – 2019 में रजत पदक जीता।
- क्रोएशिया में आयोजित ओसिजेक विश्व कप- 2019 में टीम स्पर्धा में 2 स्वर्ण पदक और व्यक्तिगत स्पर्धाओं में 2 कांस्य पदक जीते।
- ऑस्ट्रेलिया में आयोजित सिडनी विश्व चैम्पियनशिप -2019 में टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।
- भोपाल में आयोजित 63वीं राष्ट्रीय चैम्पियनशिप की व्यक्तिगत स्पर्धाओं में टीम स्पर्धा में 1 स्वर्ण पदक, 1 स्वर्ण पदक और 1 रजत पदक जीता।
- संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित अल-ऐन विश्व कप- 2021 में व्यक्तिगत स्पर्धाओं में 1 स्वर्ण पदक और 1 कांस्य और टीम स्पर्धा में 1 रजत पदक जीता।
- फरीदाबाद में आयोजित पहली राष्ट्रीय पैरा चैम्पियनशिप की टीम स्पर्धा में व्यक्तिगत स्पर्धा में 2 रजत पदक और 2 स्वर्ण पदक जीते।
रिपोर्ट:भाेला पांडेय
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