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पानीपत4 मिनट पहले
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पानीपत. ओल्ड इंडस्ट्री एरिया स्थित फैक्ट्री में बनती 3डी चादर।
- देशभर की टेक्सटाइल इंडस्ट्री को पीएलआई स्कीम देगी बढ़ावा, राेजगार और कारोबार दोनों बढ़ेंगे
- वर्तमान में चल रही इंडस्ट्री भी इस योजना का लाभ लेंगी, रिफाइनरी में एक कंपनी ने 100 एकड़ जमीन ली, लगेगी बड़ी यूनिट
- वर्तमान में चल रही इंडस्ट्री में और इन्वेस्ट कर ले सकते हैं स्कीम का लाभ
केंद्र सरकार ने मैनमेड के साथ ही टेक्निकल टेक्सटाइल इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए जो प्रॉडक्शन लिंक्ड इन्सेंटिव (पीएलआई) स्कीम को मंजूरी दी है, इससे पानीपत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री के लिए बूस्टर के रूप में देखा जा रहा है। 3डी चादर, पर्दे, कारपेट, पॉलिस्टर धागे, मिंक-पोलर कंबल आदि की बड़ी यूनिट लगाने पर सरकार मदद करेगी।
इससे घरेलू उत्पादन के साथ ही विश्व मार्केट में मुकाबला करने में यहां की इंडस्ट्री को मदद मिलेगी। चूंकि, हिंदुस्तान का सबसे बड़ा टेक्सटाइल हब है। इसलिए माना जा रहा है कि बड़ी इंडस्ट्री यहां लगेगी। साथ ही वर्तमान में चल रही इंडस्ट्री को भी इस योजना का लाभ मिलेगा। इससे राेजगार के साथ कारोबार भी बढ़ेंगे।
पॉलिसी संबंधी नोटिफिकेशन आते ही स्पष्ट होगी स्कीम
अभी इस संबंध में सरकार ने कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है। अभी तो केंद्र सरकार ने पॉलिसी को मंजूरी दी है। यह स्कीम 5 साल के लिए है। जमीन और प्रशासनिक बिल्डिंग को छोड़कर इंडस्ट्री लगाने के लिए सभी अन्य जरूरतें- मसलन- मशीनरी, उपकरण और सिविल वर्क पर इन्सेंटिव मिलेंगे।
वर्तमान में चल रही इंडस्ट्री भी विस्तार कर ले सकेगी लाभ
पॉलिसी का जब ड्राफ्ट तैयार हुआ था उसमें साफ लिखा हुआ था कि वर्तमान में चल रही इंडस्ट्री भी विस्तार करके इस पॉलिसी का लाभ ले सकेगी। इसका भी सबसे अधिक लाभ पानीपत को ही मिलेगा। क्योंकि, यह स्कीम कम से कम 100 करोड़ की लागत वाली इंडस्ट्री पर मिलेगी। इसलिए, यहां की इंडस्ट्री विस्तार कर स्कीम का लाभ ले सकेगी।
3 पाॅइंट्स में समझिए, पानीपत के लिए कैसे महत्वपूर्ण है यह पॉलिसी-
यहां है प्रॉडक्शन चेन सिस्टम, इसलिए वरीयता
टेक्सटाइल के लिए पानीपत पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। नई-नई मशीनरी के साथ बड़े-बड़े प्लांट लग रहे हैं। प्राेडक्ट बनाने का पूरा चेन सिस्टम है यहां। जिसमें हाथ के जॉब वर्क भी शामिल हैं। इसलिए, देश में कहीं भी टेक्सटाइल इंडस्ट्री लगेगी तो उद्यमी सबसे पहले पानीपत को ही वरीयता देंगे।
टेक्सटाइल: दुकान से लेकर बड़े एक्सपोर्ट तक
टेक्सटाइल का बहुत बड़ा मार्केट है पानीपत। यहां घरेलू का 95000 करोड़ का कारोबार है। हजारों दुकानें हैं। पूरे देश में संपर्क बने हुए हैं। एक्सपाेर्ट भी 40 से अधिक देशों में हो रहा है। 30000 करोड़ के करीब का एक्सपोर्ट है। इसलिए भी उद्यमी यहां टेक्सटाइल इंडस्ट्री लगाना चाहेंगे।
बढ़ेंगे रोजगार, ग्रामीण क्षेत्र और डेवलप होगा
इन सबका असर कहां पड़ेगा- रोजगार और डेवेलपमेंट पर। 4 लाख के करीब वर्कर हैं अभी पानीपत में। नई इंडस्ट्री लगने और पुरानी को और विस्तार देने का मतलब है कि आैर अधिक रोजगार। इसका असर डेवलपमेंट पर भी पड़ेगा। अब तो शहर से बाहर भी बड़ी इंडस्ट्री लगने लगी हैं। इसलिए, ग्रामीण क्षेत्र और अधिक डेवलप होगा।
जानिए, एक्सपोर्टर्स की राय-
एक बार नोटिफिकेशन आ जाए तो स्थिति और स्पष्ट हो जाएगी कि कहां, किसको और कितनी सब्सिडी मिलेगी। पीएलआई स्कीम को निश्चित रूप से घरेलू उत्पादन को बढ़ाने और एक्सपोर्ट को बढ़ाने के लिए सरकार ने मंजूरी दी है।-ललित गोयल, एसो. चेयरमैन
टेक्सटाइल की बात करें तो विश्व के एक्सपोर्ट में भारत की भागीदारी सिर्फ 5 फीसदी है। सरकार इसी को बढ़ाने जा रही है। इनसेंटिव मिलने से विश्व मार्केट में हमारे प्रॉडक्ट पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा।-रमण छाबड़ा, एक्सपोर्टर
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