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नई दिल्ली44 मिनट पहलेलेखक: अनिरुद्ध
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दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) के स्नातक (यूजी) कोर्सेज में दाखिले के लिए बीते 4 वर्षों में सबसे कम आवेदन आए हैं। पिछले सत्र 2020 की तुलना में इस बार करीब 26% कम छात्रों ने आवेदन किया है। इस बार 2,87,223 छात्रों ने जबकि पिछले साल 3,53,974 छात्रों ने आवेदन किया था। जबकि इस साल सीबीएसई में 95% से ज्यादा अंक पाने वाले छात्र ही 70 हजार से अधिक है, बीते साल 38 हजार थे।
पर लगातार दो साल से आवेदकों में सीबीएसई से 12वीं परीक्षा पास करने वाले छात्रों का प्रतिशत एक बराबर करीब 80% ही है। इस बार सीबीएसई के 2.29 लाख छात्रों ने आवेदन किया है जबकि पिछले साल उनकी संख्या 2.85 लाख थी। अन्य बोर्डों में हरियाणा बोर्ड के 9918 छात्रों, सीआईएससीई के 9659 छात्रों, यूपी बोर्ड के 8007 छात्रों और केरल बोर्ड के 4824 छात्रों ने आवेदन किया है। राजस्थान बोर्ड के 4789, बिहार बोर्ड के 4470 व मप्र बोर्ड के 1827 छात्रों ने आवेदन किया है। आवेदकों में 2934 छात्र ओपन स्कूल और 1806 छात्र जम्मू-कश्मीर बोर्ड के भी हैं।
लड़कियों के आवेदन 9% ज्यादा, सामान्य वर्ग में 34% ज्यादा
राज्यवार आवेदकों में दिल्ली सबसे ऊपर है, दिल्ली के सभी छात्र सीबीएसई के स्कूलों में ही पढ़ते हैं, इसलिए दिल्ली से आवेदकों की संख्या 1.15 लाख है। दूसरे पायदान पर 55 हजार आवेदन उत्तर प्रदेश, 38 हजार हरियाणा, 16 हजार बिहार व 11 हजार राजस्थान के छात्र हैं। सभी राज्यों से आवेदनों की संख्या में इस बार गिरावट है लेकिन केरल में पिछले साल 5,227 की तुलना में इस बार 6380 छात्रों ने आवेदन किया है।
स्पोर्ट्स कोटे से एडमिशन में आवेदन 20 से 25% तक घटे
कुल 2,87,223 आवेदनों में से 1,49,992 लड़कियों व 1,37,271 लड़कों के आवेदन हैं यानी आवेदकों में 9% लड़कियां अधिक हैं, पर सामान्य वर्ग में इस बार 94,921 लड़कियों ने आवेदन किया है, जो लड़कों (70,653) से करीब 34% ज्यादा हैं। स्पोर्ट्स कोटे से दाखिले के लिए इस बार आवेदन पिछले साल की तुलना 20-25% तक कम आए हैं। लेकिन ईसीए श्रेणी में डिबेट, क्विज व म्यूजिक उप-श्रेणी में 60 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोत्तरी हुई है।
कम अंक वालों ने आवेदन ही नहीं किए: विश्लेषक
जानकारों का मानना है कि एडमिशन विंडो कम समय के लिए खुलना आवेदनों में कमी की वजह हो सकती है। पिछले साल 20 जून से 31 अगस्त तक विंडो खुली थी, जबकि इस बार 1 से 31 अगस्त तक ही आवेदन हुए। विश्लेषकों के मुताबिक छात्र ज्यादा रियलिस्टिक हो रहे हैं और पहले जैसी गलतियां नहीं दोहरा रहे हैं। उन्हें पता है कि डीयू के लिए ज्यादा अंक जरूरी है, इसलिए कम अंक वालों ने आवेदन ही नहीं किया।
डीयू के 63 कॉलेजों में यूजी कोर्स के लिए करीब 70 हजार सीटें हैं। सीबीएसई में 95% से ज्यादा अंक पाने वाले 70 हजार से अधिक हैं। पिछले साल 65 हजार से ज्यादा आवेदकों ने गलतियों के चलते अलग-अलग ई-मेल आईडी व मोबाइल नंबर से दोहरा आवेदन कर दिया था। डीन एडमिशन प्रो. पिंकी शर्मा ने बताया कि ‘एक ई-मेल आईडी व एक नंबर से एक आवेदन ही संभव है, इसलिए कटऑफ लिस्ट से पहले दो से तीन दिन के लिए विंडो खुलेगी ताकि छात्र गलतियां सुधार सकें।
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