Smart Newsline (SN)
Get Latest News from Smart Newsline on Whatsapp (Click to Join)
लखनऊ14 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
यूपी पुलिस के डीजीपी मुकुल गोयल शनिवार को बिना किसी पूर्व सूचना के हजरतगंज कोतवाली का निरीक्षण करने पहुँच गए। उन्हें देखते ही पुलिसवालों के हाथ पांव फूल गए। औचक निरीक्षण में महिला हेल्प डेस्क के रजिस्टर में केवल मोबाइल फोन गुम होने की शिकायते दर्ज देख डीजीपी बिफर पड़े।
डीजीपी मुकुल गोयल शनिवार दोपहर बाद अचानक हजरतगंज कोतवाली पहुँचे। उनके साथ लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर भी थे। डीजीपी सबसे पहले DCP सेंट्रल ख्याति गर्ग के कार्यालय पहुँचे। यहां काफी देर तक नगर विकास के अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे के निजी सचिव विशम्भर दयाल के आत्महत्या के केस को लेकर अधिकारियों में चर्चा हुई। इसके बाद वह सीधे कोतवाली के जीडी काउंटर पर पहुँचे। डीजीपी ने कुछ पुराने केस के बारे में जानकारी मांगी और उससे सम्बंधित रजिस्टर तलब किया तो वह मिला ही नही। इसपर उन्होंने कार्यवाहक इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह को कड़ी फटकार लगाई। इसके बाद महिला थाने का निरीक्षण कर वहाँ मौजूद पीड़ित महिलाओं से बातचीत की।
डीजीपी की फटकार ओर चेहरा देखते रहे ACP
महिला थाने के बाद डीजीपी मुकुल गोयल साइबर क्राइम सेल पहुँचे तो उनका पारा और चढ़ गया। सेल के पुलिस वालों ने कब क्या कार्रवाई की और कहा गए इसकी रजिस्टर में कोई एंट्री नही थी। वहाँ मौजूद कुछ पीड़ितों ने बताया कि सर सेल में शिकायत दर्ज होने के बाद आरोपियों को पकड़ने जाने के नाम पर रुपये मांगे जाते हैं। बड़े रकम का मामला हो तो सेल के पुलिसकर्मी परसेंटेज तय करते हैं। इसपर डीजीपी ने सेल के प्रभारी ACP विवेक रंजन को खूब खरी खोटी सुनाई।
महिला हेल्प डेस्क पर लिखी जा रही मोबाईल की गुमशुदगी
डीजीपी ने कोतवाली के महिला हेल्प डेस्क का रजिस्टर चेक किया तो उसमें केवल मोबाईल फोन गुम होने की शिकायतें दर्ज थी। पूछताछ करने पर पता चला कि हेल्प डेस्क तो बन गया लेकिन यहाँ किसी महिला पुलिसकर्मी की तैनाती ही नही की गई। डीजीपी ने ACP राघवेंद्र मिश्रा और इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह को बुलाकर इसका कारण पूछा तो उनके पास कोई जवाब नही था। खुद ACP के कार्यालय में तमाम अनियमितता मिली। इसपर इंस्पेक्टर और ACP को कड़ी फटकार लगी।
For breaking news and live news updates, like Smart Newsline on Facebook or follow us on Twitter & Whatsapp