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फरीदाबाद6 घंटे पहले
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जापान की राजधानी टोक्यो में हो रहे पैरालिंपिक खेल में फरीदाबाद के बेटे शूटर मनीष नरवाल (19 ) और सिंहराज अधाना (37) ने मिक्स्ड 50 मीटर पिस्टल एसएस1 इवेंट में गोल्ड और सिल्वर पर निशाना साधकर इतिहास रच दिया। दोनेां शूटरों ने ये उपलब्धि बड़े संघर्ष और चुनौतियों के बीच हासिल की। परिजनों की मानें तो निशाना साधने के लिए मनीष के पास पिस्टल नहीं थी। इसके लिए उनके पिता को अपना मकान बेचना पड़ा। दो माह तक किराए पर रहे। इसके बाद पिस्टल खरीकर प्रैक्टिस करना शुरू किया। आज गोल्ड पर निशाना साधकर पूरी दुनिया में अपना परचम लहरा दिया।
अपने बेटों की इस सफलता पर शहरवासी खूब इतरा रहे हैं। दोनों के घरों पर बधाई देने वालों की भीड़ लगी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनेाहरलाल, केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर, प्रदेश के परिवहन मंत्री ने ट्वीट कर बधाई दी है। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री ने मनीष नरवाल को 6 करोड़ और सिंहराज अधाना को 4 करोड़ रुपए पुरस्कार व नौकरी देने का ऐलान किया है।

टोक्यो में गोल्ड और सिल्वर जीतने के बाद एक दूसरे से गले मिलने का प्रयास करते मनीष नरवाल व सिंघराज अधाना
दिव्यांगता को नहीं बनने दी कमजोरी
दैनिक भास्कर से बात करते हुए मनीष के पिता दिलबाग सिंह ने बताया कि उनका बेटा जन्म से दिव्यांग था। उसका दाहिना हाथ काम नहीं करता था। इस बात काे लेकर पूरे परिवार में चिंता बनी रहती थी। लेकिन बेटे ने इसे अपनी कमजोरी नहीं बनने दी। 15 साल की उम्र में उसे फुटबाल खेलने का शौक शुरू हुआ। लेकिन दिलबाग के एक परिचत कोच के कहने पर मनीष ने शूटिंग में किस्मत आजमाना शुरू किया। पांच साल की तैयारी में दुनिया को अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा दिया।

बेटे की जीत पर जश्न मनाती मनीष की मां संतोष देवी व रिश्तेदार
बेटे के लिए घर तक बेच दिया
पेशे से बिजनेसमैन बल्लभगढ़ के साहूपुरा विलेज निवासी मनीष के पिता दिलबाग सिंह ने बताया कि एक साल तक मनीष के पास खेलने के लिए अच्छी पिस्टल नहीं थी। महंगा खेल होने के कारण कहीं से मदद भी नहीं मिल पा रही थी। बिजनेस भी इतना ठीक नहीं था कि पैसा लगाया जा सके। इसके अलावा परिवार को चलाने की जिम्मेदारी। आखिर में बेटे के शौक को पूरा करने के लिए सेक्टर 65 में बनाए अपने मकान को बेचना पड़ा। इसके बाद जर्मनी से पिस्टल खरीदकर उसे दिया।

मनीष के पिता से मिलने पहुंचे परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा
वर्ष 2018 में जीता था पहला गोल्ड
मनीष के फूफा रामहरि चौहान ने बताया कि उसने वर्ष 2018 में जकार्ता में हुए एशियाई खेल में शामिल हुए थे। जिसमें उन्होंने गोल्ड और ब्रांज मेडल जीता था। इसके बाद वर्ष 2019 में सिडनी में हुई विश्व चैंपियनशिप में तीन कांस्य पदक जीते थे। वर्ष 2020 में केंद्र सरकार ने मनीष को अर्जुन अवार्ड से नवाजा। वर्ष 2021 में पैराशूटिंग वर्ल्ड कप में दस मीटर एयर पिस्टल में विश्व रिकार्ड तोड़ते हुए 229.1 प्वाइंट अर्जित किए। इस क्षेत्र के स्पोर्ट रैंकिंग के अनुसार वर्ल्ड शूटिंग पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल में इनका दुनिया में चौथा स्थान है।

शूटर सिंहराज के सैनिक स्कूल में टोक्यो पैरालिंपिक का चिन्ह बनाकर बैठे छात्र
सिंहराज ने देश की झोली में डाले दो मेडल
बल्लभगढ़ के ऊंचागांव निवासी शूटर सिंहराज ने पैरालंिपक खेल में सिल्वर और कांस्य पदक जीतकर दो मेडल देश की झोली में डाल दिया। इसके पहले सिंहराज ने एक अगस्त को हुए शूटिंग प्रतियोगिता में 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक जीतकर अपना खाता खोला था। अब शनिवार को 50 मीटर एयर पिस्टल में मिक्स्ड प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीतने में कामयाब रहे। 10 मीटर एयर पिस्टल प्रतियोगिता में मनीष को सफलता नहीं मिल पायी थी। दोनों खिलाड़ी 10 और 50 मीटर एयर पिस्टल गेम खेलते हैं।

सिंहराज की जीत की खुशी में शहरवासियों को दी गई दावत, घर में भोजन बनाता कारीगर
40 मिनट में ही जीत लिया सोना-चांदी
शनिवार को हुए खेल में दोनों ने 40 मिनट में ही सोना-चांदी जीत लिया। सुबह 8.45 बजे खेल शुरू हुआ और 9.25 बजे अंतिम परिणाम आ गया। इसके बाद देशभर से बधाई देने वालों का सिलसिला शुरू हो गया। मनीष के परिजन ने बताया कि कोरेाना काल में प्रेक्टिस की दिक्कत पैदा हो गयी। इसके लिए उन्होंने अपने घर के नीचे ही बेसमेंट में शूटिंग रेंज बनानी पड़ी। उसमें प्रेक्टिस करके ये सफलता हासिल की।
मनीष नरवाल का संक्षिप्त परिचय
17 अक्टूबर 2001 को बल्लभगढ़ में जन्म।
12वीं तक की पढ़ाई कुंदन ग्रीन वैली स्कूल बल्लभगढ़।
अग्रवाल कॉलेज बल्लभगढ़ से बीए सेकेंड ईयर के छात्र हैं।
पांच भाई बहनों में मनीष दूसरे नंबर के भाई हैं, बड़े भाई मंजीत पिता के साथ कारोबार में हाथ बंटाते हैं।
मां संतोष देवी हाउस वाइफ, इनके पिता दिलबाग सिंह मूलरूप से सोनीपत के कथूरा गांव के हैं रहने वाले।
वर्ष 1993 बल्लभगढ़ आकर अपना िबजिनेस शुरू किया। यहीं पर पांच भाई बहनों का हुआ जन्म।
छोटा भाई शिवा नरवाल नेशनल शूटर और छोटी बहन शिखा नरवाल इंटरनेशनल शूटर हैं।
तीनों भाई बहन 10 मीटर और 50 मीटर एयर पिस्टल इवेंट खेलते हैं।
रिपोर्ट: भोला पांडेय
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