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- Saurabh Gupta Accused In Alleged Property Grabbing Case Of Sector 37 Filed A Civil Suit In A Chandigarh Court Seeking The Cancellation Of The Sale Deed.
चंडीगढ़11 घंटे पहले
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चंडीगढ़ के सेक्टर-37 में सौरभ गुप्ता ने चंडीगढ़ की एक अदालत में घर की सेल डीड रद्द करने की मांग करते हुए एक सिविल सूट फाइल किया है।
चंडीगढ़ के सेक्टर-37 में कोठी हथियाने के मामले में एक नया मोड़ आया है। प्रॉपर्टी खरीदने वाले सौरभ गुप्ता ने चंडीगढ़ की एक अदालत में घर की सेल डीड रद्द करने की मांग करते हुए एक सिविल सूट फाइल किया है। 2 मार्च को प्रॉपर्टी हड़पने के मामले में दर्ज FIR में चंडीगढ़ पुलिस द्वारा नामित 9 आरोपियों में से गुप्ता एक है। अपने आवेदन में गुप्ता ने दावा किया कि वह डिस्प्यूट से अंजान थे और और धोखाधड़ी का शिकार थे। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें डिस्प्यूट के बारे में पता होता तो प्रॉपर्टी में 3 करोड़ रुपए से अधिक की इनवेस्टमेंट नहीं की होती।
इसके बाद कोर्ट ने शिकायतकर्ता राहुल मेहता के अलावा आरोपी खालेंद्र सिंह कादयान, अरविंद सिंगला, सतपाल डागर और गुरप्रीत सिंह को 16 सितंबर तक जवाब दाखिल करने के लिए नोटिस जारी किया है। HDFC बैंक को भी नोटिस जारी किया गया है।
मामले में FIR संजीव महाजन, सौरभ गुप्ता, खालेंद्र सिंह कादयान, अरविंद सिंगला, अशोक अरोड़ा, सतपाल डागर, राजदीप सिंह, स्वर्गीय सुरजीत सिंह और शेखर के खिलाफ दर्ज की गई थी। FIR के मुताबिक कुछ आरोपियों ने मार्च 2017 में राहुल मेहता के घर की पहली मंजिल पर कब्जा कर लिया था। आरोपी ने कथित तौर पर मेहता को प्रताड़ित करने के बाद कागजों पर उनके हस्ताक्षर ले लिए थे। बाद में उन्हें गुजरात में छोड़ दिया गया।
पुलिस ने कहा कि घर की सेल डीड के समय नकली राहुल मेहता को सब-रजिस्ट्रार के कार्यालय के समक्ष पेश किया गया था। पुलिस ने दावा किया कि हाउस नंबर 340, सेक्टर 37, चंडीगढ़ के जनरल पावर ऑफ अटॉर्नी (GPA) को पहली बार 27 अप्रैल, 2017 को अरविंद सिंगला और एक अन्य आरोपी खालेंद्र सिंह कादयान के पक्ष में एग्जिक्यूट किया गया था।
चार्जशीट के अनुसार, जब कथित फर्जी दस्तावेजों के आधार पर घर के लीज होल्ड अधिकार को ट्रांसफर किया गया तो सिंगला सहित आरोपी ने बडा फायदा कमाने के मकसद से एक संभावित खरीदार की तलाश शुरू की। चार्जशीट में कहा गया है कि सिंगला ने कथित तौर पर मनीष गुप्ता से संपर्क किया और उसने अपने भाई सौरभ गुप्ता के नाम पर सेल एग्रिमेंट तैयार किया।
आरोपपत्र में कहा गया है कि 1 मार्च, 2019 को अन्य आरोपी कथित तौर पर गुरप्रीत सिंह को सब-रजिस्ट्रार के कार्यालय में ले गए। राहुल मेहता के रूप में पेश करने के बाद GPA रद्द कर दिया। उसी दिन, गुरप्रीत सिंह के माध्यम से राहुल मेहता के रूप में घर की सेल डीड को सौरभ गुप्ता के नाम पर एग्जिक्यूट किया गया था। बता दें कि सौरभ गुप्ता शुरू से ही यह दावा करते आ रहे हैं कि वह पीड़ित हैं और घर को लेकर चल रहे विवाद से अनजान थे।
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