Smart Newsline (SN)
Get Latest News from Smart Newsline on Whatsapp (Click to Join)
करनाल5 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
करनाल में धरनास्थल पर जलेबियां बनाई जा रही हैं।
करनाल के लघु सचिवालय के बाहर चल रहे किसानों के धरने में गुरुवार को अलग-अलग तरीके के पकवान बने। साथ ही किसानों के लिए लंगर लगाने वाली संस्थाएं भी बढ़ गईं। बुधवार तक जहां 5 से 6 संस्थाएं ही खाना बांट रही थीं, वहीं गुरुवार को किसानों की संख्या तो पहले दो दिनों के मुकाबले घट गई, लेकिन भंडारे और पकवानों में बढ़ोतरी हो गई।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) के भंडारे में खीर तैयार कर बांटी गई। पंजाब के तरनतारण बाबा के साथ वालंटियर घरौंडा-करनाल की टीम ने अपनी रसोई में जलेबी बनवा कर परोसी। रघुनाथ मंदिर ने कढ़ी-चावल का भंडारा लगाया। वहीं पुलिस लाइन की मेस में जवानों के लिए नान बनाकर पहुंचाई गई।

करनाल में धरनास्थल पर किसानों को खीर बांटी जा रही है।
पंडाल में बांटे गए बादाम,जगह-जगह पानी की व्यव्स्था धरनास्थल पर बैठे किसानों को कार कारसेवकों ने बादाम बांटे। वहीं आधा किलोमीटर तक फैले धरनास्थाल पर जगह-जगह पर पानी की व्यवस्था है। कदम-कदम पर पानी लेकर कहीं ट्राॉली तो कहीं गाड़ी खड़ी है। दो जगहों पर पानी के टैंकर भी हैं। आंदोलन पर बैठे किसानों के लिए पीने का पानी बोतलों में बांटा जा रहा ह

धरनास्थल पर पंडाल में किसानों को बादाम बांटे गए।
इलाज के लिए मिले 25 हजार को भंडारे में किया दान
फूसगढ़ रोड विकास कालोनी निवासी गुरजंट सिंह को बसताड़ा टोल पर हुए लाठीचार्ज में काफी चोटें लगी थीं। इनकी आंख पर भी काफी असर हुआ था। संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से गुरजंट सिंह को 25 हजार रुपए दिए थे। इन पैसों को गुरजंट सिंह ने गुरुवार को किसानों के लिए चल रहे भंडारे में दान कर दिया।

लाठीचार्ज में घायल गुरजंट सिंह।
-
करनाल में किसानों का धरना LIVE: लघु सचिवालय पर लगातार तीसरे दिन डटे किसान, प्रशासन CCTV से नजर रख रहा; रात 12 बजे तक इंटरनेट बंद
- कॉपी लिंक
शेयर
-
8 तस्वीरों में देखिए, किसानों के धरने का तीसरा दिन: कोई खाना बना रहा कोई हुक्का पी रहा, किसी के हाथ में नजर आया अखबार; IG ममता सिंह करती दिखीं पुलिसकर्मियों से बात
- कॉपी लिंक
शेयर
-
हैफेड के प्रोडक्ट हुए महंगे: चाय, चीनी, तेल और आटा के 1 से 26 रुपए बढ़े दाम; सरसों के तेल की कीमत सबसे ज्यादा बढ़ी, BPL योजना के तहत नहीं मिलता अब
- कॉपी लिंक
शेयर
-
सरकारी स्कूल, जो प्राइवेट स्कूल को दे रहा मात: 12वीं तक के स्कूल में 7 कक्षाएं डिजिटल, 2700 विद्यार्थी और 97 शिक्षक, एडमिशन के लिए पास करना पड़ता है टेस्ट, यहां से पढ़कर कमिश्नर तक बने
- कॉपी लिंक
शेयर
For breaking news and live news updates, like Smart Newsline on Facebook or follow us on Twitter & Whatsapp