Smart Newsline (SN)
Get Latest News from Smart Newsline on Whatsapp (Click to Join)
- Hindi News
- Local
- Rajasthan
- Barmer
- Defense Minister Rajnath Singh And Road Transport Minister Nitin Gadkari Will Inaugurate The Emergency Air Strip 40 Km Away From The Pak Border Today, Fighter Planes Will Roar On The Border
बाड़मेर27 मिनट पहले
भारत माला सड़क पर इमरजेंसी एयर स्ट्रिप का उद्घाटन आज होगा।
इंडो-पाक बॉर्डर पर बाड़मेर-जालोर जिले की सीमा पर अगड़वा में बनी देश की पहली इमरजेंसी एयर स्ट्रिप का उद्घाटन आज गुरुवार को होगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी इसका उद्घाटन करेंगे। तय कार्यक्रम के अनुसार रक्षा मंत्री व सड़क परिवहन मंत्री के 11:30 तक पहुंचने की संभावना है। उद्घाटन समारोह को लेकर तैयारियां भी पूरी हो चुकी है।
पाकिस्तान बॉर्डर से महज 40 किमी दूर देश की पहली एयर स्ट्रिप पर सुखोई, मिग, जगुआर और हरक्यूलिस विमानों का ट्रायल भी किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर ताराबंदी के नजदीक पहला टच एंड गो ऑपरेशन होगा। इससे पहले बुधवार को यहां करीब 3 घंटे तक रिहर्सल की गई। सबसे पहले इस एयर स्ट्रिप पर हरक्यूलिस विमान को उतारा गया। भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बाड़मेर-जालोर की सीमा पर देश की पहली इमरजेंसी एयर स्ट्रिप तैयार की गई है।
तीन हेलीपैड भी बनाए गए
इस एमरजेंसी लैंडिंग स्ट्रिप के अलावा एयरफोर्स और इंडियन फोर्स की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कुंदनपुरा, सिंघानिया और भाखासर गांवों में 100X30 मीटर आकार के तीन हेलीपैड भी बनाए गए हैं। इस निर्माण से इंडियन फोर्स और देश की पश्चिमी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा तंत्र को मजबूती मिलेगी।
3 घंटे तक चलेगी टेस्टिंग
अगड़वा में बुधवार को एयरफोर्स ने सुबह 9:30 बजे रनवे टेस्टिंग शुरू की, जो करीब 12:30 बजे तक चली। तीन घंटे तक चली रिहर्सल के दौरान आसमान फाइटर प्लेन की आवाज से गरजने लगा। वहां के ग्रामीणों ने फाइटर प्लेन के रिहर्सल का लुफ्त उठाया। फाइटर प्लेन के रिहर्सल के बाद एयरफोर्स चीफ मार्शल ने सभी एयरफोर्स अधिकारियों और पायलट की मीटिंग ली। अधिकारियों ने फाइटर प्लेन के पायलट की हौसला अफजाई की।
एयर स्ट्रिप पर फाइटर प्लेन उतरता हुआ।
आज होगा उद्घाटन
गुरुवार को पालम एयरपोर्ट नई दिल्ली से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी एक साथ ही दिल्ली से रवाना होंगे और सीधे अगड़वा (जालोर) इमरजेंसी हवाई पट्टी पर उतरेंगे। दोनों मंत्री इमरजेंसी हवाई पट्टी पर एयरक्राफ्ट ऑपरेशन एवं फाइटर विमानों का फ्लाईपास्ट देखेंगे। यहां एसयू-30 एमकेआई एंड जगुआर फाइटर विमानों का फ्लाईपास्ट होगा। इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड का उद्घाटन करेंगे। करीब 12.30 बजे राजनाथ व गडकरी दोनों मंत्री हवाई पट्टी से रवाना होंगे। दोपहर 1.15 बजे जैसलमेर एयरपोर्ट पहुंचेंगे, जहां कार्यक्रम प्रस्तावित है।

फाइटर प्लेन उतरने हुए
इंडो-पाक सीमा के नजदीक पहला ‘टच एंड गो’ ऑपरेशन
देश की पहली आपातकालीन हवाई पट्टी पर आज गुरुवार को करीब डेढ़ घंटे तक वायुसेना के बेड़े में शामिल कई लड़ाकू विमान तेज गर्जना के साथ उतरेंगे और उड़ान भी भरेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के सामने इस हवाई पट्टी पर लड़ाकू विमानों का ट्रायल भी किया जाएगा। इस दौरान सुखोई एसयू-30, मिग और जगुआर जैसे लड़ाकू विमान आपातकालीन हवाई पट्टी पर लैंडिंग करेंगे।
33 मीटर चौड़ी, 3 किमी. लंबी है हवाई पट्टी
बाड़मेर के गांधव (बाखासर) में भारत माला हाइवे NH-925A पर बनी आपातकालीन हवाई पट्टी 3000 मीटर (3 किमी.) लंबी और 33 मीटर चौड़ी है। इस हवाई पट्टी को बनाने में 32.95 करोड़ रुपए लागत आई है। भारत-पाक तारबंदी बॉर्डर से महज 40 किमी. दूरी पर यह हवाई पट्टी बनाई गई है।

बॉर्डर के 40 किलोमीटर दूर बनी एयर स्ट्रिप।
यह है खासियत
हवाई पट्टी के दोनों सिरों पर 40 गुणा 180 मीटर की दो पार्किंग भी बनाई गई है, ताकि फाइटर प्लेन को पार्किंग में रखा जा सके। इसके अलावा 25 गुणा 65 मीटर आकार की एटीसी प्लिंथ का डबल मंजिला एटीसी केबिन के साथ निर्माण किया गया है, जो पूरी तरह से वॉशरूम सुविधायुक्त है। हवाई पट्टी के सहारे से 3.5 किमी. लंबी 7 मीटर चौड़ी सर्विस रोड भी बनाई गई है।
यह है भारतमाला परियोजना
बॉर्डर इलाके में गांधव से साता, बाखासर, गागरिया तक NH-925 और 925A का निर्माण करवाया गया है। ये हाइवे 2019 में ही पूरा हो गया था। भारत माला प्रोजेक्ट के इन दोनों हाइवे पर करीब 962 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। भारतीय वायुसेना के लिए फाइटर प्लेन की आपातकालीन लैंडिंग के लिए NHAI की ओर से गांधव के पास 3 किमी. लंबी हवाई पट्टी का निर्माण करवाया गया है। भारत-पाक बॉर्डर पर सामरिक व आंतरिक सुरक्षा के लिहाज से देश की यह महत्वपूर्ण परियोजना है। इसका निर्माण भारतीय सेना को मजबूत करने व सैन्य सुविधाओं का सुगमता से उपलब्ध करवाने के लिए किया गया है।
यहां है हाईवे इमरजेंसी हवाई पट्टी
जर्मनी, स्वीडन, दक्षिण कोरिया, ताइवान, फिनलैंड, स्विटजरलैंड और सिंगापुर सहित कई देशों ने अपने राजमार्गों और एक्सप्रेसवे पर विमानों के उतरने और आपात स्थिति में उड़ान भरने के लिए ऐसी हवाई पट्टी बनाई हैं। भारत में यह पहली इमरजेंसी हवाई पट्टी है, जो बनकर तैयार हो चुकी है। आंध्र प्रदेश में ऐसी दो और पश्चिम बंगाल व जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राजमार्गों पर एक-एक और हवाई पट्टी बनाई जा रही है। उत्तर प्रदेश में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर हवाई पट्टी ऑपरेशनल है। इस पर 2017 में वायुसेना ने ट्रायल किया था। भारत में ऐसे राजमार्ग पर करीब 12 जगह हवाई पट्टी बनाया जाना प्रस्तावित है। जिसमें कई जगह काम चल रहा है और कुछ जगह शुरू होना है।
For breaking news and live news updates, like Smart Newsline on Facebook or follow us on Twitter & Whatsapp