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नई दिल्ली2 घंटे पहलेलेखक: अनिरुद्ध शर्मा
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देश के 65% जिलों में सामान्य या उससे ज्यादा बारिश।
- देश में 3 जून को आए मानसून के 100 दिन पूरे; 17 सितंबर तक विदाई संभव, 7 दिन में पूर्व से पश्चिम तक भारी बारिश
मानसून ने केरल में 3 जून को दस्तक दी थी, जिसके शुक्रवार को 100 दिन पूरे हो गए हैं। देश में अब तक 93% बारिश हो चुकी है। विदाई से पहले मानसून में और सुधार होने की उम्मीद है, क्योंकि अच्छी बारिश देने वाले प्रमुख कारकों में से एक कम दबाव का क्षेत्र 7 दिन में दो बार बंगाल की खाड़ी में बनेगा। इससे पूर्व से पश्चिम तक भारी बारिश होगी।
पिछले हफ्ते बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र मध्य भारत से गुजरा। जिससे ओडिशा से गुजरात तक अच्छी बारिश हो रही है। इसके चलते 23 अगस्त से चल रही बारिश में 9 से 10% की कमी में 2-3% तक भरपाई हो सकी है। अब 11 और 16 सितंबर को महीने का दूसरा और तीसरा कम दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी में ओडिशा तट पर विकसित हो रहा है।
इससे 12 से 20 सितंबर के बीच मध्य, उत्तर और दक्षिण भारत में भारी बारिश होगी। स्काईमैट के मौसम विज्ञानी महेश पलावत का कहना है कि सितंबर में सामान्य से कम 15% ज्यादा बारिश के आसार हैं। 2019 में सितंबर महीने में रिकॉर्ड 52% ज्यादा बारिश हुई थी। इससे पहले 2007 में 115% बारिश हुई थी।
जून में 110% बारिश के साथ मानसून की अच्छी शुरुआत, अगस्त में कमजोर
जून में 110% बारिश के साथ मानसून की अच्छी शुरुआत हुई थी। लेकिन जुलाई में 7% कम (93%) बारिश हुई और अगस्त में 24% कम (76%) बारिश हुई। हालांकि, सितंबर के पहले हफ्ते से ही देश के अलग-अलग हिस्सों में अच्छी बारिश हो रही है। सितंबर में सामान्य रूप से 170 मिमी बारिश होती है। लेकिन 9 दिन में 80 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 15% ज्यादा है।
9 सितंबर तक 771 मिमी बारिश होनी थी, अब तक 7% कम हुई
मौैसम वैज्ञानिक बताते हैं कि मानसून के 100 दिन में देश के 65% जिलों में सामान्य या अधिक बारिश हुई है। 9 सितंबर तक सामान्य रूप से 771 मिमी बारिश होनी चाहिए। अब तक 714 मिमी बारिश दर्ज हुआ, जो सामान्य से 7% ही कम है। मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि इस साल मानसून की विदाई के बाद भी बारिश के दौर जारी रहेंगे। कई इलाकों में भारी बारिश भी हो सकती है।
मानसून राजस्थान के रास्ते 17 सितंबर से वापसी नहीं कर पाएगा
मौसम विभाग के वैज्ञानिक आरके जेनामनी ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में 11 सितंबर को कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने वाला है। यह पश्चिम में बढ़ते हुए 3-4 दिन में गुजरात तक पहुंचेगा। फिर 16 सितंबर को एक और कम दबाव का क्षेत्र बनेगा। वो भी उसी तरह पूर्व से पश्चिमी तट तक पहुंचेगा। तय है कि राजस्थान से मानसून अपनी सामान्य तारीख 17 सितंबर को वापसी की शुरुआत नहीं कर पाएगा।
थी मानसून विदाई की शुरुआत
2019 तक मानसून की विदाई की शुरुआती तारीख एक सितंबर थी, जिसे 1961 से 2019 तक के पैटर्न के आधार पर आईएमडी ने दो हफ्ते आगे बढ़ा दिया है। 2020 से मानसून के विदाई की शुरुआत पश्चिमी राजस्थान से सामान्य रूप से 17 सितंबर से मानी जाती है और दक्षिणी इलाके को छोड़कर बाकी देश के हिस्से से मानसून को पूरी तरह से वापस होने की सामान्य तिथि 15 अक्टूबर है।
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